कौन सी कंपनियाँ हो सकती हैं फायदे में?
तो सवाल यह है कि अगर बाजार में एक खाली जगह बनती है, तो उसे कौन भरेगा? मेरी नजर कुछ दिलचस्प कंपनियों पर है। पहली है वैक्ससाइट इंक (PCVX)। यह कंपनी नई प्रोटीन तकनीक का उपयोग करके टीके बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, खासकर बच्चों के लिए। अगर नियामक अब नए और अधिक लक्षित तरीकों को प्राथमिकता देते हैं, तो वैक्ससाइट जैसी कंपनियाँ दौड़ में आगे निकल सकती हैं।
दूसरी कंपनी है ऑर्थोपेडियाट्रिक्स कॉर्प (KIDS)। यह वैक्सीन नहीं बनाती, लेकिन यह बच्चों की हड्डियों से जुड़ी सर्जरी के उपकरण और समाधानों में माहिर है। इसका सीधा संबंध वैक्सीन से नहीं है, लेकिन यह कंपनी बच्चों के स्वास्थ्य बाजार की नब्ज को समझती है। इसे पता है कि इस जटिल बाजार में कैसे काम करना है, जो अपने आप में एक बड़ी ताकत है।
तीसरी है हिलेवैक्स, इंक. (HLVX), जो छोटे बच्चों में होने वाले एक गंभीर श्वसन संक्रमण, आरएसवी, के टीके पर काम कर रही है। कोविड वैक्सीन को लेकर नियामक अनिश्चितता के बीच, आरएसवी जैसी अन्य गंभीर बीमारियों से बच्चों को बचाने के तरीकों में रुचि बढ़ना स्वाभाविक है।